Nav Graho Ka Asar | किसी व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की जैसी स्थिति होती है, सभी ग्रहों का वैसा ही असर जीवनभर बना रहता है। ग्रहों की स्थिति के आधार पर व्यक्ति का स्वभाव, आदतें, कद-काठी और भविष्य मालूम हो सकता है। यहां जानिए किस ग्रह का कैसा असर होता है…
सूर्य – सूर्य मान-सम्मान का कारक है। सूर्य शुभ होने पर हमें समाज में प्रसिद्धि मिलती है। जबकि सूर्य के अशुभ होने पर अपमान का भी सामना करना पड़ सकता है।
चंद्र – चंद्र का संबंध हमारे मन से है। चंद्र शुभ हो तो व्यक्ति शांत होता है, लेकिन अशुभ चंद्र की वजह से व्यक्ति को अशांति का सामना करना पड़ता है।
मंगल – मंगल धैर्य और पराक्रम का कारक है। शुभ मंगल हो तो व्यक्ति कुशल प्रबंधक होता है। मंगल के अशुभ होने पर व्यक्ति कमजोर और डरपोक हो सकता है।
बुध – बुध ग्रह बुद्धि और बोली का कारक होता है। बुध शुभ हो तो बुद्धि तेज और पवित्र होती है, लेकिन अशुभ बुद्ध की वजह से दिमाग से संबंधित कामों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गुरु – गुरु ग्रह हमारी धार्मिक भावनाओं को नियंत्रित करता है। ये ग्रह भाग्य का कारक भी है। इसके शुभ होने पर व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है। अशुभ गुरु की वजह से किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है।
शुक्र – शुभ शुक्र से प्रभावित व्यक्ति कलाप्रेमी, सुंदर और सभी सुख प्राप्त करता है।
शनि – जिस व्यक्ति की कुंडली शनि शुभ हो, वह सभी सुखों को प्राप्त करने वाला, सांवला, ताकतवर होता है। शनि अशुभ होने पर किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है।
राहु – जिस व्यक्ति की कुंडली राहु शुभ होता है, वह कठोर स्वभाव वाला, तेज बुद्धि वाला होता है। इसके अशुभ होने पर बड़ी-बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
केतु – केतु शुभ हो तो व्यक्ति कठोर स्वभाव वाला, लेकिन गरीबों का भला करने वाला होता है।