मोहब्बत का रूहानी अमल

मोहब्बत का रूहानी अमल Update 2023

मोहब्बत खुदा का दिया हुआ वो तोहफा है जिसको सभी पाना चाहते है, इसलिए आज लाये है आपके लिए पसंद की शादी का रूहानी अमल और शौहर की मोहब्बत का रूहानी अमल. इसके अलावा हम आज आपको रूहानी ताकत हासिल करने का अमल भी बता रहे है.

रूहानी अमल के लिए आपको कुछ सूरह की तिलावत करनी होगी।जैसे सूरह फातिहा सूरह इखलास और दुरु शरीफ हम आपको इस अमल को करने का तरीका बताते हैं।सूरह फातिहा की अपनी अलग फजीलत है सूरह फातिहा पढ़ने से बहुत सी फजीलत हासिल होती है।

सूरह इखलास की भी अलग फजीलत है और यह भी बहुत ही पावरफुल सुराह हैंइसकी फजीलत बेइंतेहा है।दरूद शरीफ से हम हुजूरे पाक सल्लल्लाहो ताला वसल्लम को नजराना पेश करते हैं।दरूद शरीफ पढ़ने से हमारी सभी तरह की मुश्किलें दूर हो जाती हैं।

मोहब्बत कारूहानी अमल आपको 21 दिनों तक लगातार करना है बिना किसी दिन छोड़ें।इस वजीफे को कोई भी शख्स किसी की भी मोहब्बत हासिल करने के लिए कर सकता है।इस वजीफा के लिए आप को पाक साफ रहना बेहद ही जरूरी है।

इसके लिए आपको तीन बार दरूद शरीफ 101 बार सूरह फातिहा और 33 बार सूरह इखलास आखिर में दरूद शरीफ तीन बार पढ़ ले।उसका नाम ले जिससे आप मोहब्बत करते हैं। जिसकी मोहब्बत हासिल करना है और उसकी मां का नाम लेना या तसव्वर करना बेहद जरूरी है।

मोहब्बत का रूहानी अमल

वजीफा आप किसी की नाराजगी को भी दूर करने के लिए कर सकते है।अगर कोई शख्स आपसे नाराज हो तो भी आप वजीफाकर सकते हैं। उसके दिल से नाराजगी दूर हो जाएगी और मोहब्बत पैदा हो जाएगी।

ये वजीफा जब भी आप करें तो ज़हन में अपना नेक मकसद लेकर करें।किसी भी तरह का नाजायज मकसद या किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए इस वजीफे को ना करें।

पसंद की शादी का रूहानी अमल

शादी का कैसा भी मसला हो जैसे रिश्ते नहीं आते हैं।रिश्ते आते हैं तो रिश्ते में कई तरह की रुकावटें पैदा होती चली जाती है और रिश्ते किसी न किसी रूकावट से टूट जाते हैं या फिर बीच में ही कोई परेशानी आ जाती है।

रिश्ता आता ही नहीं है बिल्कुल भी।शादी से जुड़ी हर रुकावट को यह वजीफा दूर कर देगा।इंशाल्लाह अगर अल्लाह ने चाहा तो पसंद कीशादी के लिए वजीफा बहुत ही फायदेमंद है। इंशाल्लाह आपके घर वाले अगर शादी के लिए नहीं मान रहे हैं तो अल्लाह ने चाहा वह भी राजी हो जाएंगे।

वजीफे के लिए जरूरी बात अगर यह वजीफा अकेले- करना चाहते हैं तो अकेले या फिर इस वजीफा के लिए तीन लोग का होना जरूरी है नहीं तो आप अकेले ही करें।अगर तीन लोग करते हैं तो सिर्फ तीन ही रहे दो से तीन चौथा आदमी इस वजीफे मेंनहीं होना चाहिए।

Pasand Ki Shadi Ka Rohani Amal

पाक साफ वजू की हालत में साफ जगह पर बैठकर आपको यह वजीफा करना है।बुधवार के दिन का वक्त गुजरने के बाद ईशा की नमाज से फारिग होने के बाद आपको वजीफा करना है।

सबसे पहले आपको 21 मर्तबा दरूद इब्राहिमी पढ़ना है। अकेले करते हैं तो आप अकेले 21 बार पढ़े।अगर तीन लोग साथ करते हैं तीनों को 21 बार दरूदे इब्राहिम पढ़ना है।फिर आप को 21000 बार या वादुदो पढ़ना है।अकेले हैं तो अकेले दुआ करें।

तीन लोग हैं तो तीनों लोग 21000 -बार पढ़ने के बाद।दोलोग आमीन करेंगे और 1 लोग दुआ करेंगे।3 दिन इसी तरह अमल को जारी रखना है आपकी पसंद का शादी का मसला हल हो जाएगा इंशाल्लाह।

रूहानी ताकत हासिल करने का अमल

बेहतरीन और पावरफुल रूहानी अमल के साथ हम आपकी खिदमत में हाजिर है यह अमल करने के लिए आपको जरूरत की कुछ बातों का खास तौर पर ख्याल रखना है।जैसे कि आपको अस्तगफिरुल्लाहकरते रहना है नमाज की पाबंदी करना पाक साफ लिबास में रहना है।

यह अमल कोई भी कर सकता है बस आप इस अमल को करते वक्त अपना दिल मजबूत रखें।जो अलीमुल गैब होंगे रूओहानी ताकत हासिल करने के बाद आपको उनका दीदार होगा।आप जैसा सोचेंगे वैसा होगा, जैसा चाहेंगे वैसा हो जाएगा,हर चीज का पता लग जाएगा।

करना आपको यह है कि अमल को आपको बिना नागा करें या अल्लाहू या समद 11 हजार बार रोजाना, शुरू और आखिर में 11/11 बार दरूद शरीफ पढ़ने के बाद यह अमल करना है हर रोज।थोड़ा खुशबू और पाक लिबास मेंअमल करें।

Rohani Taqat Hasil Karne Ka Amal

जब यह अमल करते रहेंगे तो आप को कुछ अजीबो गरीब चीज दिखेगी जिसको देखकर आप को भी डरना नहीं है।दुनिया और दुनिया की बाहर की भी चीज दिख सकती है।राज दिख जाएगा इस अमल को करने से।लेकिन आपको राज को अपने दिल में दफन करके रखना है।

अपनेराज़ का पर्दा नहीं उठाना है।जो भी देखें आप चुप रहिए अगले दिन वह सच हो जाएगा।रूहानी ताकत हासिल करने का लाजवाब अमल है रूहानी ताकत आप के पंजे यानी आपके हाथों में आ जाएगी।आप उन से काम ले सकेंगे।

यह अमल बहुत ही कामयाबी दिलाएगा।आपके अंदर रूहानी ताकत पैदा हो जाएगी।10-11 दिन में आपको इस अमल का असर खुद-ब-खुद दिखने लगेगा।अमल को करने से पहले अतल कुर्सी और चारो कुल से अपने आप को एक बार जरूर हिसार करें।

शौहर की मोहब्बत का रूहानी अमल

जो मियां बीवी एक दूसरे से मुतकिब नहीं है और उनके हालात दुरुस्त नहीं है।उनके बीच बहुत ज्यादा लड़ाई झगड़ा हो रहे।या कुरानी अमल आप की खिदमत में पेश है।या अमलउनमिया बीवी के लिए हैजो बहुत ज्यादा एक दूसरे से खफा और मायूस है।

आसानअमल बहुत ही आसानी से कर सकते हैं बिना किसी परेशानी उठाएं।इस अमल को करने के बाद मियां बीवी के रिश्ते में बेपनाह मोहब्बत आ जाएगी और मियां बीवी मिसाल जिंदगी बिताएंगे।जोमिया बीवी के रिश्ते परवाज नहीं चल रहे हैं और दोनों में तबीयत में एक दूसरे से मुखालफत करते हैं।

Shohar Ki Mohabbat Ka Rohani Amal

मिजाज में एक दूसरे के एहत्राफ हो गए झगड़ते हैं।एक दूसरे को बेइज्जत करते हैं लोगों के सामने इस तरह के सारे हालात इस रूहानी अमल के बाद नहीं पैदा होंगे।इस अमल के बाद दोनों एक दूसरे का एहतराम करेंगे।दोनों में एहत्राफपैदा हो जाएगा।

लड़ाई झगड़े होते हैं तो भी सब खत्म हो जाएगा।अमल की मुद्दत 3 दिन की है यह अमलक़ुरआनशरीफ़ की सूरह मुजम्मिल आयत नंबर 20 का रूहानी अमल है।

यह सूरह मुजम्मिलके आखिरी हिस्से में मिलेंगे।अव्वल आखिर11- 11 बार दुरूद शरीफ और 41 बार इस शुरह मुजम्मिल की आयत को आप को पढ़ना है

إنيةتذأثقتقومأىمنثلثيالليليشقهوثلثهوطاقةمنالذيمعكواللهيقدرالليلوالنهارلم

फिर मियां बीवी अगर जो भी अमल कर रहे हो।किसी मीठी चीज पर दम कर खिला देना है।यह बेहद की पावरफुल अमलहैं शोहर बीवी की मोहब्बत के लिए।

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